नई दिल्ली। पिछले दशक से भारतीय अर्थव्यवस्था खासी तेज गति से डिजिटल हो रही है। आर्थिक वृद्धि, रोजगार और सतत विकास को आगे बढ़ाने में डिजिटल अर्थव्यवस्था की भूमिका को मापना और समझना नीति निर्माताओं और निजी क्षेत्र दोनों के लिए आवश्यक है। भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था रिपोर्ट 2024 के अनुसार, अर्थव्यवस्था-वार डिजिटलीकरण के मामले में भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा डिजिटल देश है।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था के समग्र अर्थव्यवस्था की तुलना में लगभग दोगुनी गति से बढऩे की उम्मीद है, जो 2029-30 तक राष्ट्रीय आय में लगभग पाँचवें हिस्से के बराबर योगदान देगी। इसका मतलब है कि छह साल से भी कम समय में, देश में डिजिटल अर्थव्यवस्था का हिस्सा कृषि या विनिर्माण से ज्यादा हो जाएगा। अल्पावधि में, सबसे अधिक वृद्धि डिजिटल इंटरमीडियरीज और प्लेटफार्मों के विकास से आने की संभावना है, इसके बाद बाकी अर्थव्यवस्था का ज्यादा डिजिटल प्रसार और डिजिटलीकरण होगा। इससे अंतत: डिजिटल अर्थव्यवस्था में डिजिटल रूप से सक्षम आईसीटी उद्योगों की हिस्सेदारी कम हो जाएगी।